आवो जी जगदम्बे जोगणिया ।
क्षमा करो अपराध माफ तुम कर देना ।।
सबसे प्रथम मैया तुम्हे तो मनाता,
महिमा तुम्हारी में मैया गाय सुनाऊ।
आप पधारो मात भवानी,
सिंह चढ़ी असवार।।
माफ तुम कर देना….
आवो जी जगदम्बे जोगणिया।
क्षमा करो अपराध माफ तुम कर देना।।
शिखर मंदिर तेरा बना अति भारी ,
सभा तो मण्डल की महिमा है न्यारी।
चौक बने है रंग बिरंगे,
देख के मैन हर्षाय ।।
माफ तुम कर देना ……
आवो जी जगदम्बे जोगणिया।
क्षमा करो अपराध माफ तुम कर देना।।
शिव शंकर मैया संग है तुम्हारे,
बजरंग बाला खड़ा ललकारे।
सन्मुख भैरव नाथ बिराजे,
शवान चढ़े असवार।।
माफ तुम कर देना……
आवो जी जगदम्बे जोगणिया।
क्षमा करो अपराध माफ तुम कर देना।।
दुर्गा मंडल मैया शरण तिहारी ,
दुख में करो तुम सहाय हमारी।
संकट हरणी मंगल करणी,
करियो बेड़ा पार।।
माफ तुम कर देना……
आवो जी जगदम्बे जोगणिया।
क्षमा करो अपराध माफ तुम कर देना।।
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