(तर्ज – सखीरी दो कुंवर)
कन्हैया तेरी रहमत की,
अगर बोछार हो जाए,
तो ये सुखा हुआ गुलशन,
गुले गुलजार हो जाए,
फले फुले झुके डाली ,
चमन सरसार हो जाए,
मजा जब है की गुल भी,
गुले गुलज़ार हो जाए,
कन्हैया तेरी रहमत की………
तेरा कैलाश है ऊँचा कठिन,
चढ़ना है गिरवर का,
लगा दो प्रेम की सीडी,
मेरे सरकार हो जाए,
कन्हैया तेरी रहमत की………
तमन्ना है मुझे एक बार,
दर्शन तेरे हो जाए,
तो ये डूबी हुई नैया,
के भाव से पार हो जाए,
कन्हैया तेरी रहमत की………
भंवर में आ फंसी नैया,
बचालो आन कर प्रभुजी,
बड़ी होगी मेहरबानी,
मेरे सरकार हो जाए,
कन्हैया तेरी रहमत की,
अगर बोछार हो जाए,
तो ये सुखा हुआ गुलशन,
गुले गुलजार हो जाए,
भजन भंडार