गुरूदेव करे सो होई म्हारा मनवां,
अब कई सोच करें।
अब कई सोच करे रे मनवा,
अब कई सोच करे।।
गुरूदेव के आगे नमन करूं
म्हारे शिश पर हाथ धरें।
कुकर्मा ने मार भगावें,
भव सु पार करें।।
गुरूदेव करे सो होई म्हारा………….
म्हारा सतगुरू दाता चोपड़ राली,
सोला सार रमे।
जीतण वाला जीत गया है,
मुरख भटक फिरे।।
गुरूदेव करे सो होई म्हारा………….
चोर तो चोरी करे,
साहूकार ने पकड़े।
धाड़ावत तो हाथ नी आवें,
दूणी मार पड़े।।
गुरूदेव करे सो होई म्हारा………….
सतगुरु दाता नाव बनाई,
सागर बिच तरे,
धर्मी धर्मी पार उतर गया,
पापी डूब मरे।।
गुरूदेव करे सो होई म्हारा………….
काया नगर की अजब कोटड़ी में,
मनवा राज करे।
कहत कबिरा सुण भाई साधु,
गुरू बीन कोण तरे।।
गुरूदेव करे सो होई म्हारा………….
भजन भंडार