चावण्डा चरताली मैया,
महाकाल काली ऐ
डमरू त्रिशूल हाथा,
चावण्डा चरताली मैया,
महाकाल काली ऐ
खडग खप्पर वाली ऐ।।
आदि अनादि अम्बा,
जगत में तू जगदम्बा
करो ना विलम्ब आवो,
भक्ता रखवाली ऐ।।
चावण्डा चरताली मैया,
महाकाल काली ऐ।।
सिंह की सवारी कीजे,
पल की ना देर कीजे
शक्ति सरा पे रिजे,
देय हाथ ताली ऐ ।।
चावण्डा चरताली मैया,
महाकाल काली ऐ।।
दुश्मन की तोड़ मुंडी,
रुली-रुली फिरे चण्डी
मेटो जग दण्डी-रुंडी,
हिवड़े उजियारी ऐ।।
चावण्डा चरताली मैया,
महाकाल काली ऐ।।
डाकनिया डराती आती,
भूतड़ा भड़काती आती
खांडो खड़काती आती,
बड़ी विकराली रे।।
चावण्डा चरताली मैया,
महाकाल काली ऐ।।
जुल्मिया पे बाजे झटका,
बेडिया रा करदे बटका
खप्पर में खाती गटका,
खुना तो खंखाली ऐ ।।
चावण्डा चरताली मैया,
महाकाल काली ऐ।।
हनुमत आगवानी थारे,
पाछे भैरूड़ो लारे
कंठा बिराजो मारे,
राग रसियाली ऐ ।।
चावण्डा चरताली मैया,
महाकाल काली ऐ।।
डमरू बजाती आती,
भैरव गढ़ नाच नचाती
घूघरा घमकाती आती,
घणी नखराली ऐ।।
चावण्डा चरताली मैया,
महाकाल काली ऐ।।
भजन भंडार