तेरा दर तो हकीकत में,
दुखियों का सहारा है,
दरबार तेरा मैया,
जन्नत का नजारा है,
बिगड़ी हुई तकदीरें,
मैया पल बनाती है,
अब लाज रखो मैया,
हम सब ने पुकारा है,
तेरा दर तो हकीकत में,
दुखियों का सहारा है,
टूटी हुई कश्ती है,
बड़ी दूर किनारा है,
अब पार करो नैया,
भक्तो ने पुकारा है,
तेरा दर तो हकीकत में,
दुखियों का सहारा है,
जिसने भी पुकारा है,
मैया दौड़ी चली आयी,
मैया तेरे टुकडो पर,
हम सब का गुजारा है,
तेरा दर तो हकीकत में,
दुखियों का सहारा है,
मैया दौड़े चले आते हैं,
दुःख दर्द के मारे यहाँ,
सुख चैन वही पाते हैं,
जिन पे तेरा इशारा है,
तेरा दर तो हकीकत में,
दुखियों का सहारा है,