बाजी बाजी रे बंसुरिया कान्हा,
जमुना री तीर,
जमुना री तीर कान्हा,
जमुना री तीर,
बाजी बाजी रे बंसुरिया कान्हा……..
बंसी मधुबन में बाजी,
काम छोड़ साड़ी सखिया राजी,
सुन- सुन के मै हो गयी राजी,
नैना बहे नीर,
बाजी बाजी रे बंसुरिया कान्हा,
जमुना री तीर,
बंसी की धुन पड़ी कानन में,
चमक उठी मेरे आँगन में,
भाग चली मै घर से घुमन ने,
भजमन ना ही धीर,
बाजी बाजी रे बंसुरिया कान्हा,
जमुना री तीर,
बंसी बाज कलेजे खटकी,
फोड़ चली मै सर की मटकी,
भूल गई सुध-बुध यो गटकी,
उड़े रे यो चीर,
बाजी बाजी रे बंसुरिया कान्हा,
जमुना री तीर,
पीपा राम नित गुण गावे,
सारी सखिया सुन-सुन आवे,
मधुर-मधुर मोहन मुस्कावे,
लाग्यो कलेजे तीर,
बाजी बाजी रे बंसुरिया कान्हा,
जमुना री तीर,
भजन भंडार