राठोड़ा थारे शरणा में आया जी,
ओ भवानी थारे शरणा में आया जी
आया री राखो लाज माँ जगदम्बे।।
शुभ निशुंभ मैया दानव मारे,
महिषासुर को पटक पछाड़े।
देवो की नैया पार लगाओ जी,
भक्ता री राखो लाज माँ जगदम्बा।।
प्रकटे प्रबल असुर अन्यायी,
जल थल नभ में मैया धूम मचाई।
श्रष्टी की नैया पार लगाओ जी,
आया री राखो लाज माँ जगदम्बा।।
आंधा ने मैया अखियाँ दिलावे,
पंगु ने मैया पाव चलावे।
गुंगा ने मैया मुख से बुलावो जी,
आया री राखो लाज माँ जगदम्बा।।
चेनराम की बिगड़ी बनैया,
नाना कन्हैया पड़े तोरी पैया।
रविशंकर मैया अर्ज गुजारी जी,
भक्ता री रखो लाज माँ जगदम्बा।।
भजन भंडार