मुक्ति का कोई तु जतन कर ले,
थोड़ा थोड़ा हरि का भजन कर लें,
भक्ति करेगा तो बड़ा ही सुख पायेगा,
भक्ति से आत्मा का मैल छुट जायेगा,
आत्मा के साथ साथ मन कर लें,
थोड़ा थोड़ा हरि का…..
संगत करनी अच्छे लोगों की,
दवा मिल जायेगी सब रोगों की,
जिन्दगी को अपनी चमन कर लें,
थोड़ा थोड़ा हरि का……
संतो की जग में यही है निशानी,
अच्छे वचन और मीठी वाणी,
क्रोध खुद काया में दफ़न करले,
थोड़ा थोड़ा हरि का……
जग के अंधेरे से बाहर निकलकर,
तज मेरी आत हरि भक्ति पे चल के,
आत्मा से हरि का मिलन कर लें,
थोड़ा थोड़ा हरि का….
मुक्ति का कोई तु जतन कर ले,
थोड़ा थोड़ा हरि का भजन कर लें,