भोले बाबा तेरी जटा में,
गंगा प्यारी लागे हो,
गंगा प्यारी लागे,
तेरी लीला भोला सबसे न्यारी लागे,
हाथ में त्रिशूल सोहे,
गले रुण्ड की माला,
कानो में तो कुंडल सोहे,
पिए भंग का प्याला,
जिसको देखो वो ही,
भोले का पुजारी लागे,
तेरी लीला भोला सबसे न्यारी लागे,
आडावल पर्वत के ऊपर,
परशुराम कहलाये,
उनकी विपदा दूर हुई,
जो शरण आपकी आये,
मुझको आती हुई,
भोले की सवारी लागे,
तेरी लीला भोला सबसे न्यारी लागे,
दुखिया रा दुःख दूर करे,
बाबा हंसकर गले लगाए
जो कोई सचे मन से ध्यावे,
मन वंचित फल पाए,
मुझको गाते हुए,
भोले की सवारी लागे,
तेरी लीला भोला सबसे न्यारी लागे,