November 21, 2024

भाषा

Share this...WhatsappFacebookTwitterमानव किसका अभिमान करे,दिन चढ़ते उतरते आते है,किस्मत जो साथ नहीं देती,पत्थर भी उछलकर आते है,...
Share this...WhatsappFacebookTwitterभजना सु लागे मीरा मीठी रे,मेवाड़ी राणा।भजना सु लागे मीरा मीठी रे सिसोदिया राणा।। थारो तो...
Share this...WhatsappFacebookTwitterदोहा – “गजानंद आनंद करो,और कर सम्पत में शीश,दुश्मन को सृजन करो,नुत जिमाऊ खीर” भजन –पहले...
Share this...WhatsappFacebookTwitterआवो भेरूजी आवो भेरूजी,म्हारा पीहर के गेले चुतरो,आती जाती ने लागु धोग रे,नखराला भेरूजी, आवो ।मारी...

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