
🎵 गुरु सरिका देव म्हारे मन भावे — भजन लिरिक्स
गुरु सरिका देव, म्हारे मन भावे,
सदा मन भावे।
इला पिगला ओर सुखमणा ने ध्यावे,
सुखमणा ध्यावे, त्रिवेणी रे बीच जीव ठहरावे,
गुरु सरिका देण, म्हारे मन भावे,
सदा मन भावे…..
ऐड़े संतों री सहज, म्हारे मन भावे,
अड़ा आनंद रे बीच जीव ठहरावे,
गुरु सरिका देण, म्हारे मन भावे,
सदा मन भावे…..
देव–दानव री बात, गुरुजी बतावे,
तीन लोक री माया, देव औलखावे,
गुरु सरिका देण, म्हारे मन भावे,
सदा मन भावे….
सतगुरु शरणे जाय, हरि गुण गावे,
सिमरथ शरणे जाय, मानव तन पावे,
गुरु सरिका देण, म्हारे मन भावे,
सदा मन भावे….
गुरु सरिका देव, म्हारे मन भावे,
सदा मन भावे……