जय आद जोगणिया मात रटू दिन रात माताजी भजन लिरिक्स
जय आद जोगणिया मात रटू दिन रात,
मुझे एक तेरो सहारो जी,
मै जोडु दोनों हाथ,
सभा में वेगा पधारो जी,
पर्वत ए मेवाड़ मुल्क में उदियापुर सब जाणे,
उदयपुर के पूर्व दिशा में,
देबारी के ठाणे,
गांव गोवला धाम,
पावर हाउस नाम जटे थू आन विराजी ऐ,
मै जोडु दोनों हाथ………
जगदम्बा थाने गोवला माता के नाम से,
सभी तो बखाने,
जगदम्बा तू ही है अम्बा,
दुनिया में सब जाणे,
दर्शन आवे सब लोग,
लगावे भोग दुखड़ा सब का निहारोजी,
मै जोडु दोनों हाथ………
जगदम्बा तेरे मंदिर की तो शोभा कहीये न जावे,
जगदम्बा तेरे मंदिर बाहर,
चोक घणा रे सुहावे,
उतर दिशा की ओर धर्मशाला की कोर,
नाला बहता भारी जी,
मै जोडु दोनों हाथ………
जगदम्बा थारे पूर्व दिशा में,
बिजलीया री सोवे माला,
जगदम्बा जासु गांव-गाँव में कीन्हा खूब उजियाला,
दक्षिण दिशा में खम्बा,
बड़ा रे बड़ा लम्बा,
जारी गिनती न होवे जी,
मै जोडु दोनों हाथ………
महाशक्ति बन सरस्वती,
शुभ आच्छा वर दो मैया,
लक्ष्मण और रतन, नारायण,
उदयलाल गावे मैया,
शांति स्वरुप हरबार है ताबेदार,
जमनो दास तिहारो जी,
मै जोडु दोनों हाथ………
भजन भंडार
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