ले ले सुवा हरी नाम,
नाम लिया तिर जासी।।
भज पंछी भगवान,
वासना रह जासी,
सगो नहीं संसार,
काया थारी है काची।।
सिवरू शारदा मात,
शारदा तू साँची,
लागू गूरू जी रे पांव,
गुरु पोती बाँची।।
ले ले सुवा हरि नाम,
नाम लिया तिर जासी।।
कूण थारो मां और बाप,
कूण थारो संग साथी,
कूण देवला आदर भाव,
कूण आगो लेसी।।
ले ले सुवा हरि नाम,
नाम लिया तिर जासी।।
सत मारो माँ और बाप,
धर्म मारो संग साथी,
गुरु देला आदर भाव,
सत्संग आगो लेसी।।
ले ले सुवा हरि नाम,
नाम लिया तिर जासी।।
उलझो सौ मण सूत,
सूत कूण सुल जासी,
सुलझावे संत सुझान,
गाफिल गोटा खासी।।
ले ले सुवा हरि नाम,
नाम लिया तिर जासी।।
माटी की गणगौर,
घाघरो गम कासी,
ओढण दिखनी रो चीर,
मल्या में रूल जासी।।
ले ले सुवा हरि नाम,
नाम लिया तिर जासी।।
फूल जाय कुम्हलाय,
वासना रह जासी,
भज पंछी भगवान,
जमारो थारो एलो जस्सी।।
ले ले सुवा हरी नाम,
नाम लिया तीर जासी।।
गावे पुराण दस,
जाट को रे दासी,
बसे बसाओ माय,
छाप दी डूंगा री।।
ले ले सुवा हरी नाम,
नाम लिया तीर जासी।।
ले ले सुवा हरी नाम,
नाम लिया तिर जासी,
भज पंछी भगवान,
काया थारी है काची।।
भजन भंडार