Share this... Whatsapp Facebook Twitter दोहा – पैर पिछाणी मोजड़ी नार पिछाणी नेह,शब्द पिछाणी पारखी मोर पिछाणी...
Share this... Whatsapp Facebook Twitter भजना में जावा कोनी दे,सतसंग में जावा कोनी दे,आछी तो परणाइ रे...
Share this... Whatsapp Facebook Twitter (तर्ज – आ लौट के आजा हनुमान) आ लौट के आजा भोलेनाथ,...
Share this... Whatsapp Facebook Twitter दोहा – जनम मीरा थारो मेड़ते,मरुधर जिणरो देश,दुदा जी री लाडली प्रभु,कीदो...
Share this... Whatsapp Facebook Twitter दे दे थोड़ा प्यार मैया,तेरा क्या घट जाएगा,ये बालक भी तर जाएगा,...
Share this... Whatsapp Facebook Twitter (तर्ज – कौन दिशा में लेके चला रे) कौन दिशा में मेरो...
Share this... Whatsapp Facebook Twitter (तर्ज – चांदी जैसा रंग है तेरा) दोहा -हनुमत तेरी धाक से...
Share this... Whatsapp Facebook Twitter (तर्ज- हुई सफल कमाई महाराज भरतरी ) या बैठी जाजम डाल उठाला...
Share this... Whatsapp Facebook Twitter भोले बाबा ने डमरू बजाया,मोरा अंग- अंग मुस्काया,ओ पर्वत पर शोर मचाया...
Share this... Whatsapp Facebook Twitter (तर्ज-मोरिया आछो बोल्यो रे ढलती रात में ) आवरा आछा बिराज्या बनकट...