Share this...WhatsappFacebookTwitterकालो गणों रुपालो रे,गढ़बोरिया वालो रे,श्री चारभुजा रो नाथ,चतुर्भुज भाला वालो रे, शीश पे सोहे मुकुट...
भजन की लिरिक्स
कृपया कॉपी न करे नहीं तो आप के खिलाफ कारवाई की जायेगी। धन्यवाद