मनाया मैंने प्रथम श्री गणराज,
प्रथम श्री गणराज।
मनाया ओ मैंने प्रथम श्री गणराज,
प्रथम श्री गणराज।।
माता जो तेरी देवा पार्वती कहिये,
पिता रे शंकर देवा ।
मनाया मैंने प्रथम श्री गणराज,
प्रथम श्री गणराज।।
कंकु केशर री गार तो मंगाऊ,
मोतिया रो चौक पुरावू।
मनाया मैंने प्रथम श्री गणराज,
प्रथम श्री गणराज।।
चौक बिठाया तुजे स्नान कराऊ,
केशर तिलक लगाऊ।
मनाया मैंने प्रथम श्री गणराज,
प्रथम श्री गणराज।।
धूप जो दीप देवा नैवेध आरती,
लड्डूवा रो भोग लगावू।
मनाया मैंने प्रथम श्री गणराज,
प्रथम श्री गणराज।।
भजन भंडार