दोहा- सदा भवानी दायनी,
सुनमुख रहत गणेश।
पांच देव रक्षा करे,
ब्रह्मा विष्णु महेश।।
मनाऊ मै प्रथम श्री गणराज,
सभा में राखो मारी लाज।।
चढ़ा कर पुष्प गले माला,
रटू दिन रात गवरी के लाला।
पधारो रिद्धि सिद्धि के सिरताज,
सभा में राखो म्हारी लाज।।
मनाऊ मै प्रथम श्री………
उत्पन्न करो ह्रदय का ज्ञान,
सरस्वती धरे तुम्हारो ध्यान।
कष्ट कोकिल मधुर कर काज,
सभा में राखो म्हारी लाज।।
मनाऊ मै प्रथम श्री………
अम्बिका सुनले काली कंकाली,
मार दुष्टो को बजादे ताली।
चन्द्रिका सिद्ध करो मम काज,
सभा में राखो मारी लाज।।
मनाऊ मै प्रथम श्री………
नटवर नागर बंसी वाले,
श्याम तुम हो बकतो के रखवाले।
तुम पर है मुजको ये आस,
सभा में राखो मारी लाज।।
मनाऊ मै प्रथम श्री………
गुरुवर चैनराम को ध्याऊ,
कृपा कर उनको कंठ लगाऊ।
लाला की पूरण करजो आस,
सभा में राखो म्हारी लाज।।
मनाऊ मै प्रथम श्री………
भजन भंडार