भजना सु लागे मीरा मीठी रे,मेवाड़ी राणा।
भजना सु लागे मीरा मीठी रे सिसोदिया राणा।।
थारो तो सांवरिया मीरा माने रे बता दे।
नित्तर री बाता सब झूठी रे मेवाड़ी राणा।।१।।
भजना सु लागे मीरा………..
मारो तो सांवरियो राणा घट-घट माही।
थारा हिया री कइया फूटी रे उदयपुर राणा।।२।।
भजना सु लागे मीरा………..
जहर का प्याला प्रभु राणा जी ने भेजिया।
पीवत मीरा मन हाँसी रे मेवाड़ी राणा।३।।
भजना सु लागे मीरा………..
साँप पिटारा प्रभु जी राणाजी भेजिया।
पहन गले में मीरा नाची रे उदयपुर राणा।।४।।
भजना सु लागे मीरा………..
सामली गली में मारा सतगुरु मिलिया।
कैसे फिरू में तो अपूठी रे मेवाड़ी राणा।।५।।
भजना सु लागे मीरा………..
बाई मीरा कहे प्रभु गिरधर नागर।
हरी के चरणों में जीवड़ो राजी रे उदयपुर राणा।।६।।
भजना सु लागे मीरा………..
भजन भंडार