December 3, 2024

राजस्थानी भजन

Share this...WhatsappFacebookTwitterकाया सुनी-सुनी लागे,म्हारा गुरूजी बिना,गुरूजी बिना म्हारा सायब जी बिना,काया सुनी-सुनी लागे,म्हारा गुरूजी बिना। मंदिर महल...
Share this...WhatsappFacebookTwitterसूखा ने हरियो कर देणोगढ़बोर धणी रो कई केणो।। है श्याम रूप आसन धारी,दर्शन कर हर्षित...
Share this...WhatsappFacebookTwitterकदि कदि गाडरा सु,सिंघ हार जावे,कदि कदि भेडीया सु,सिंघ हार जावे,समय को भरोसो कोणी,कद पल्टी मार...
Share this...WhatsappFacebookTwitterहे दुःख भंजन मारुती नंदन,सुनलो मेरी पुकार,पवनसुत विनती बारम्बार।। अष्ट सिद्धि नवनिधि के दाता,दुखियो के तुम...
Share this...WhatsappFacebookTwitterदोहा-संत हमारे सिरधणी,में संतन की देह।रोम रोम में रम रया,प्रभु ज्यू बादल में मेह।। एकण बार...

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