मैं आशा करके आया अंबे, देवी थारे द्वार पे,
ध्यान जरा देना अंबे, पुत्र की पुकार पे…
हो गई पराई हाथां, जमी और जीव का,
मिट गया सारा मेरा सा – धन सदैव का,
कष्टो के पहाड़ आके, झुके हैं कपाल पे,
ध्यान जरा देना…
अष्टभुज वाली मैया, दया उन में धारना,
भक्त जनों की मैया बिगड़ी सुधारना,
हुकुम तिहारो चाले, सारे संसार में,
ध्यान जरा देना…
खप्पर त्रिशूल लिए, खंड दंड ख़ावणी (दलबल आवनि),
दुष्टो को देती दंड, भक्त बचावणी,
हुकुम तिहारो चाले, सारे संसार में,
ध्यान जरा देना…
दुर्गा मंडल पे मैया, (गाते हैं सवाई दान) कृपा यही कीजिए,
अष्टभुज वाली मैया, लाज रख लीजिए,
तेरा ही आधार लेके, चला संसार में,
ध्यान जरा देना मैया पुत्र की पुकार पे…