आजा आजा रे सांवरिया नरसी टेर सुनावे रे,
भात भरण की वेला कइया देर लगावे रे,
औ मै तो थारे भरोसे आयो,
संग में कछु नहीं मै लायो,
मै तो आकर ही पछतायो,
कइया देर लगावे रे,
भात भरण की वेला…….
ओ काई थाने राधा जी बिलमाया,
ओ काई थाने रूकमण बाई बिलमाया,
या तो रोवे नानीबाई,
जरा सी लाज नी आई रे,
भात भरण की वेला…….
ओ बाबो कणी गांव सु आयो,
संग में तुम्बा तुम्बी लायो,
नानीबाई रो काज सरायो,
जरासी देर लगावे रे,
भात भरण की वेला…….
ओ कान्हा बैठ कदम की डाल,
सारी सखिया करे रे पुकार,
ओ मुरली लागे प्यारी-प्यारी,
आके तान सुना जा रे,
भात भरण की वेला…….
ओ काई थाने राधाजी बिलमाया,
ओ काई थाने रुक्मण बाई बिलमाया,
ओ तो भक्ता रो बिलमायो,
जगत में होवे हाँसी रे,
भात भरण की वेला…….
काना थारो काई है सवाल,
नाव मारी आज पड़ी है मझधार,
ओ नरसी जोवे थारी बाट,
माहेरो बेगो भर जाजे रे,
भात भरण की वेला…….
आजा आजा रे सांवरिया नरसी टेर सुनावे रे,
भात भरण की वेला कइया देर लगावे रे,
भजन भंडार