
सुनरे सांवरा मंडफिया वाला,
काली गाड़ी लानी है,
घणा गरीबा ने सेठ बनाया,
अबकी बारी मारी है,
गढ़ मंडफिया में बैठो सांवरो,
भगता को हितकारी है।।
सभी सेठ है डुप्लीकेट,
तू ही सेठ मारो मोटो है,
देवे जने यूँ ही देवे,
तू ही देवन वालो है,
सुनरे साँवरा मंडफिया वाला,
काली गाड़ी लानी है।।
मंडफिया नगरी धाम सोवनी,
घनी रूपाली लागे है,
जिमे बैठो सेठ सांवरों,
मूरत प्यारी लागे है,
सुनरे साँवरा मंडफिया वाला,
काली गाड़ी लानी है।।
सोना चांदी आवे घणा ही,
नोट भर भर आवे है,
सोना चांदी डोडा चढ़ावे,
अमला को वोपारी है,
सुनरे साँवरा मंडफिया वाला,
काली गाड़ी लानी है।।
कोई दिन घर आजा सांवरा,
गेला में झोपड़ी मारी है,
थारे मोटा महल बन्योडा,
छोटी झोपड़ी मारी है,
सुनरे साँवरा मंडपिया वाला,
काली गाड़ी लानी है।।
पल में सबका दुखड़ा मेटे,
सेठ तो साँवरियो है,
पूरण गुर्जर महिमा सुनावे,
प्रेमशंकर गावे है,
सुनरे साँवरा मंडफिया वाला,
काली गाड़ी लानी है।।
सुनरे सांवरा मंडफिया वाला,
काली गाड़ी लानी है,
घणा गरीबा ने सेठ बनाया,
अबकी बारी मारी है,
गढ़ मंडफिया में बैठो सांवरो,
भगता को हितकारी है।।
मंगल भवन अमंगल हारी, द्रबहु सुदसरथ अजिर बिहारी।
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम।
अवध में जन्मे रघुनंदन, आनंदित हुआ सारा जीवन।
कौशल्या नंदन, दशरथ प्यारे, भक्तों के संकट पल में टारे।
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम।
चैत्र नवमी की पावन बेला, राम नाम की छाई है मेला।
हर घर में गूंजे ये जयकारा, राम लला का रूप है प्यारा।
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम।
भक्तों के मन में राम विराजे, हर संकट में प्रभु ही साजे।
प्रेम और श्रद्धा से जो ध्यावे, राम कृपा से सब कुछ पावे।
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम।
अयोध्या नगरी सजी है देखो, राम जन्म की खुशियाँ ले लो।
दीप जलाओ, मंगल गाओ, राम नाम का अमृत पाओ।
राम सिया राम, सिया राम जय जय राम।
जय हो राम लला की, जय हो राम लला की,
अयोध्या में गूंजे, आज ये धुन सजी।
चैत्र नवमी आई, खुशियों की बहार लाई,
प्रभु राम के जन्म की, देखो ये घड़ी आई।
कौशल्या माँ के आँगन में, जन्मे प्रभु राम,
दशरथ के प्यारे पुत्र, करते सबको प्रणाम।
देवता भी गाते हैं, मंगल गीत सुहाने,
राम नाम की महिमा, सब जग ने पहचानी।
हर घर में दीप जले, हर मन में हो उल्लास,
राम राज्य की कामना, करते हैं सब खास।
सीता के प्यारे स्वामी, भक्तों के हो रखवाले,
राम नाम का सुमिरन, हर संकट को टाले।
जय श्री राम, जय श्री राम, बोलो सब मिलकर आज,
राम जन्मोत्सव का, ये पावन हो काज।
प्रेम और भक्ति से, भर दो अपना मन,
राम नाम की ज्योति से, रोशन हो ये जीवन।