भोले बाबा ने डमरू बजाया,
मोरा अंग- अंग मुस्काया,
ओ पर्वत पर शोर मचाया मचाया,
भोले शिवजी ने डमरू बजाया,
भोले पिते हे भंग,
उनकी जटा में गंग,
देखो गंग- गंग लहराया,
जी लहराया,
मोरा अंग- अंग मुस्काया,
भोले बाबा ने डमरू…….
भोला ओढ़े मृग छाल,
गले में है सर्पो की माल,
कैसा सुंदर रूप बनाया,
जी बनाया,
मोरा अंग अंग मुस्काया,
भोले बाबा ने डमरू……..
भोले शिवजी भी आए,
संग पार्वती भी लाए,
देखो गणपति गोरा आया,
जी आया,
मोरा अंग अंग मुस्काया,
भोले बाबा ने डमरू…….
बम-बम भोले महराज,
राखो भक्तो की लाज,
भक्तो ने तेरा गुण गाया,
जी गाया,
मोरा अंग अंग मुस्काया,
भोले बाबा ने डमरू…….